शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण... अधिक जानने के लियें पूरा पेज अवश्य देखें

शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Saturday 13 June 2015

श्री चरण धन्य

हे साई। आपके श्री चरण धन्य है और उनका स्मरण कितना सुखदायी है । आपके भवभयविनाशक स्वरुप का दर्शन भी धन्य है, जिसके फलस्वरुप कर्मबन्धन छिन्नभिन्न हो जाते है । यघपि अब हमें आपके सगुण स्वरुप का दर्शन नहीं हो सकता, फिर भी यदि भक्तगण आपके श्रीचरणों में श्रद्घा रखें तो आप उन्हें प्रत्यक्ष अनुभव दे दिया करते है। आप एक अज्ञात आकर्षण शक्ति द्घारा निकटस्थ या दूरस्थ भक्तों को अपने समीप खींचकर उन्हें एक दयालु माता की समान हृदय से लगाते है। हे साई। भक्त नहीं जानते कि आपका निवास कहाँ है, परन्तु आप इस कुशलता से उन्हें प्रेरित करते है, जिसके परिणामस्वरुप भासित होने लगता है कि आपका अभयहस्त उनके सिर पर है और यह आपकी ही कृपा-दृष्टि का परिणाम है कि उन्हें अज्ञात सहायता सदैव प्राप्त होती रहती है।
(श्री साई सच्चरित्र)

शिरडी यात्रा की विशेषता


Friday 12 June 2015

संतों का मत येही

सब संतों का मत येही, सब ग्रंथों का सार,
साई नाम बिन मुक्ति नहीं, यह निश्चय हिय धार
ॐ  साई राम

साई ने भाग्य सवांरा

उपकार कितना  अंकित पे साई जी है तुम्हारा,
जन्मों जन्म का बिगड़ा मेरा भाग्य है सवांरा।। 

"श्रद्धा" से अंकित

 
जन्म जन्म के पाप सब,
पल में सब धुल जात,
"साई चरणन" तीर्थ में,
जो "श्रद्धा" से अंकित हो जात।।

करम कर मेरे हाल पर तू करीम

 

Monday 8 June 2015

श्री चरणों में अंकित


नहीं जग के सामानों की चाह मुझको बाबा साई, बस अपनी प्रेमाभक्ति का दान दे दो।
हर पल हृदय में साईनाथ करूँ तुम्हारा दर्शन, अपने श्री चरणों में अंकित कर साईनाथ यह वरदान दे दो।।

ॐ साई राम

जय हो जय हो द्वारकामाई


जय हो जय हो द्वारकामाई,
यहाँ साई ने पानी से दिये जलाये हैं,
अपने चमत्कार दिखाये हैं,
श्रद्धा सबुरी के पाठ पढाये है,
सबका मालिक एक की बात बताये है,
अंकित हुए साई चरणों में हम यहाँ,
यहाँ सब भक्तों की झोली भरती है, 
द्वारकामाई सबका पेट भरती है, 
जय हो जय हो द्वारकामाई।।

ॐ साई राम