शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण... अधिक जानने के लियें पूरा पेज अवश्य देखें

शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Saturday, 13 December 2014

साई बाबा आपका नादान बालक


साई मैं आपका नादान बालक हूँ। मैं नही जानता क्या मांगू आपसे बाबा, साई जो आप मेरे लिए उचित समझे वही दे देना और बाबा मुझे श्रृद्धा सबूरी दो कि आप जैसे रखे उसी में मैं खुश रहूँ। मुझमे कोई गुण नही साई, कोई भक्ति नही बाबा, मेरे कर्म काले और पाप पूर्ण है, मुझमे कोई अच्छाई नही, मन ने पूरी तरह कुचल दिया है, मुझ जैसे पापी के लिए, "हे साई" आपके चरणों के सिवाए और कोई ओट नही, रहम करो मुझको अपनी शरण में ले लो बाबा, मुझे और कुछ नही चाहिए सिर्फ अपने श्री चरणों में अंकित कर लो साई। मुझे अपना दास गनू बना लो बाबा ताकि मैं आपका हो जाऊं और आप मेरा हो जाये बाबा ।।

ॐ साई राम

साई साई साई ।।

शिर्डी आये-हम दर्शन पाए,
ये साई का प्यार है।
आकर देख ले साई की लीला,
महिमा अपरम्पार है ।।
ॐ    साई    राम


Wednesday, 10 December 2014

Chavadi Procession


Today is the sacred day when the very first Chavadi procession was held in Shirdi during the time when Baba SAI was in physical body. It was a beautiful occassion for Baba and villagers of Shirdi. During this procession, it was known that even Baba stood facing the Chavadi. He shone with peculiar aura. It seems as if the face of Baba took over the glory of the rising sun. It was on 10th December 1909 when the first chavadi procession took place.....

So, Let us all read the Chapter 37 of Shri Sai Satcharita and imagine ourselves with Baba in the Chavadi procession..

Om Sai Ram..

Tuesday, 9 December 2014

शिर्डी वाले साई बाबा

सब मिल कर बोलो जय कारा शिर्डी वाले का, आँखों में बसा लो नजारा शिर्डी वाले का ।।
ॐ साई राम

Monday, 8 December 2014

बाबा साई ::



"तुम्हें अपने शुभ अशुभ कर्मो का फल अवश्य ही भोगना चाहिए I यदि भोग अपूर्ण रह गया तो पुनजन्म धारण करना पड़ेगा, इसलिये मृत्यु से यह श्रेयस्कर है कि कुछ काल तक उन्हें सहन कर पूर्व जन्मों के कर्मों का भोग समाप्त कर सदेव के लिये मुक्त हो जाओ" I


बाबा साई :

"I will complete your heart desires that all, but whose faith on me, success will be achieved only" I

  
"All your heartfelt BE will Wishes fulfilled
if you have Faith in Complete ME "
  



साई गायत्री मंत्र

ॐ शिरडी वासाय विधमहे सच्चिदानन्दाय 

धीमही तन्नो साईं प्रचोदयात ॥ 


श्री सच्चिदानन्द सदगुरु साईनाथ महाराज की जय