शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण... अधिक जानने के लियें पूरा पेज अवश्य देखें

शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Saturday, 20 December 2014

O Lord Sai Of Dwaaraka

O Lord Sai of Dwaaraka, O Lord Vithal of Pandharpur, You are known by one beautiful name 'Sai Ram'. You are Allah, You are Eshwara (Lord Shiva), You are Lord our God.It is now Dawn "Uttho Sai" Your Devotees have gathered in large numbers for having your early morning Darshan. Please have mercy on us, please be kind to us, please protect all of us.

Om Sai Ram..

Friday, 19 December 2014

बाबा का हर देवता और दिव्य संत रूप में दर्शन


सबका साँझा सबका प्यारा
साईं है पावन इष्ट हमारा
धनुष धारी राम है साईं
मुरलीधर घनश्याम है साईं

कोई कहे यह सिद्ध सन्यासी
कोई कहे कैलाश का वाशी
बम भोला शिव शंकर साईं
ब्रह्मा रूप है पुष्कर साईं

कोई कहे एक पीर है साईं
पहुंचा हुआ फ़क़ीर है साईं
कहता कोई रहमान है साईं
नानक दया निधान है साईं

कभी लगे रविदास की मूरत
दत्त गुरु की जैसी सूरत
दिखता ये ही कबीर के जैसा
प्रेम पुंज महावीर के जैसा

अंजनीसुत हनुमान भी साईं
गणपति सुख की खान भी साईं
यशु सा लागे कभी दयालु
बुद्ध के जैसा ही कृपालु

बाल्मीकि का तप है साईं
तिरुपति का जप है साईं
बद्री और केदार भी साईं
जग्गनाथ ओमकार भी साईं

नामदेव की भक्ति वाला
बालाजी की शक्ति वाला
भरत की जैसी सेवा साईं
दया भाव का मेवा साईं

भयहारी दुखभंजन साईं
सब देवो का संगम साईं
और न ऐसा संत मिलेगा
सर्व ज्योत भगवंत मिलेगा

ॐ साईं राम

साई का शुक्रिया

सुबह उठते ही बाबा साई का शुक्रिया करो, दोनो हाथ जोड़ कर उस मलिक को याद करो, बाबा के चरणों में स्वयं को अंकित कर दो।।

साई मै तुमको याद करता हूँ, दर्शन दो बाबा, हे देवा हे मालिक जीवन में सही रहा दिखाने वाले बाबा तुझे प्रणाम।।

तरह तरह की खुशी देने वाले प्रभु तू ही सब कुछ देने वाला है, मैं  तुमको प्रणाम करता हूँ, तेरे चरणों में स्वयं को अंकित करता हूं।।

बाबा एक नयी सुबह के लिए प्रणाम , शुक्रिया, मेरा दिन शुभ हो, मंगलमय हो, मेरे अंग संग रहना आप साईं।।

मै स्वयं को, अपने आप को साईं आपके कमल चरणों में अंकित करता हूँ ।।

ऐसा करने से आपके जीवन में बदलाव ज़रूर आएगा और एक नयी उर्जा मिलेगी ।।

ॐ साई  राम

Uttaa Paandurangaa Aataa With English Translation


Uttaa Paandurangaa Aataa Prabhaatasamayo Paatalaa, Vaishnawaancha Melaa Garudapaaree Daatalaa..

Translation : Arise, O Panduranga (Vithal, Incarnation of Lord Vishnu at Pandharpur), it is now dawn. Vishnu’s devotees have gathered in large numbers at Garudpara (Eagle-shaped platform found in Vaishnava temples).

Garuda Paaraapaasunee Mahaadwaaraa Payanta, Suravaraanchee Maandee Ubhee Jodooniyaa Haat

Translation:: From the Garudpara (Eagle-shaped platform found in Vaishnava temples), right upto the main door, the assembly of the best of the deities stands with folded hands.

Suka Anakaadika Naarada Tumbara Bhaktanchyaa Kotee, Trisool Damaroo Ghewooni Wubhaa Girijechaa Patee

Translation:: In the midst of large gathering are Shuka-Sanaka, Narada-Tumbar; and even Girija’s consort (Shankar) is standing there with trident and damru (sort of tabor shaped like an hour-glass).

Kaleeyugeechaa Bhakta Namaa Ubhaa Keertanee, Paatteemaage Wubhee Dolaa Laavuniyaa Janee..

Translation:: In these times of Kaliyug (The dark and troublesome Age of the present) Namdev is performing the kirtan (Praising the Lord with music and singing) and behind him stands Jani (Servant at Namdev’s house. She was dedicated to Pandurang) meditating on you with intensity..

Om Sai Ram

बाबा साई ::

यदि तुम श्रध्दापूर्वक मेरे सामने हाथ फैलाओगे तो मैं सदैव तुम्हारे साथ रहुँगा। यद्यपि मैं शरीर से यहाँ (शिरङी) हूँ, परन्तु मुझे सात समुद्रों के पार भी घटित होने वाली घटनाओं का ज्ञान है। मैं तुम्हारे हृदय मे विराजित, तुम्हारे अन्तरस्थ ही हूँ। जिसका तुम्हारे तथा समस्त प्राणियों के हृदय में वास है, उसकी ही पूजा करो। धन्य और सौभाग्यशाली वही हैं, जो मेरे सर्वव्यापी स्वरूप से परिचित हैं।

ॐ साई राम

Few Rare & Old Snaps Of Gurusthan, Shirdi













Few Rare & Old Snaps Of Chavadi, Shirdi


Few Rare Snaps Of Old Dwarakamayi, Shirdi

SAI BABA IN DIFFERENT MOODS From Khaparde's Shirdi Dairy

In one of the entries of Sai Khaparde's Shirdi diary dated 17/1/1917 Shri. Khaparde  wrote "we went to the Chavdi for Kakad Aarti. Megha was too ill to attend. So Bapu Sahib did the Aarti. Sayin Baba showed his face and smiled most benignly. It was worth while spending year here to see it even once. I was overjoyed and stood gazing like mad". The feeling expressed here is so strong that it will move any Sai devotee. It is not possible to bring back those days, but one can go through experiences of various Sai devotees who had the good fortune of being in Baba's company during Shridi days.

Thursday, 18 December 2014

ॐ श्री साई नाथाय नमः


केवल परमात्मा का प्यार अंत तक हमारा साथ देता है

|| ॐ साईं नमो नमः || श्री साईं नमो नमः || जय जय साईं नमो नमः || सतगुरु साईं नमो नमः ||


उस परमात्मा के सिवा कोई भी हमें सच्चा प्यार नहीं कर सकता,

बाकी सब रिश्ते केवल लेन - देन पर निर्भर करते है,

समय के साथ हर इन्सान को इस बात का एहसास हो जाता है,


केवल परमात्मा का प्यार अंत तक हमारा साथ देता है,


चाहे हम उस से प्यार करे या नहीं |

Tuesday, 16 December 2014

साई नाम साई राम

साई  नाम  ज्योति  कलश, हे  जग  का  आधार, चिंतन  बाबा साई  का करियें  बारम्बार।
सोते  जागते  साई  बोले, आते  जाते  साई राम, मन  ही  मन  से बाबा साई  को, शत  शत  करे  प्रणाम।।
ॐ साई राम

Monday, 15 December 2014

उठो उठो शिरड़ी के राजा

उठो उठो शिरड़ी के राजा, उठो उठो साई राम। उठो उठो हे देवा, करो जगत कल्याण, उठो उठो देवा निद्रा को दो त्याग। साधु जन द्वारे खड़े, ले दर्शन की बाट। जब आप निद्रा में बसो, जगत निद्रावश् होय। प्रभू की कृपा दृष्टि से, जन जन मंगल होय। गोदावरी के तीर पर, पावन शिरड़ी धाम। तहं समाधि मन्दिर में, हों काँकड़, आरती गान। भोले भाले भक्त जन, रहे आरती तार। घन्टा शंख ध्वनि सहित, कर रहे मंगलाचार। हाथ जोड़ विनती करे, चरण कमल धरे माथ। साई चरणों में अंकित हुए, धूप दीप लोबान से, नजर उतारें नाथ। अंकित का प्रणाम, साई करो स्वीकार। हम सब सेवक है प्रभु, साई  आप सरकार। नित्य प्रति प्रभात में, जो प्रेम सहित करें गान, साई की कृपा होवें, पूर्ण हों सब काम। ज्ञान विज्ञान नित नित बढ़े, स्ंवरे सारे काम। अन्त समय सुख शान्ति से, मिलेगा साई राम, साई की शरण में हो दल से बोलो ॐ साई राम।

ॐ साई राम