साई मैं आपका नादान बालक हूँ। मैं नही जानता क्या मांगू आपसे बाबा, साई जो आप मेरे लिए उचित समझे वही दे देना और बाबा मुझे श्रृद्धा सबूरी दो कि आप जैसे रखे उसी में मैं खुश रहूँ। मुझमे कोई गुण नही साई, कोई भक्ति नही बाबा, मेरे कर्म काले और पाप पूर्ण है, मुझमे कोई अच्छाई नही, मन ने पूरी तरह कुचल दिया है, मुझ जैसे पापी के लिए, "हे साई" आपके चरणों के सिवाए और कोई ओट नही, रहम करो मुझको अपनी शरण में ले लो बाबा, मुझे और कुछ नही चाहिए सिर्फ अपने श्री चरणों में अंकित कर लो साई। मुझे अपना दास गनू बना लो बाबा ताकि मैं आपका हो जाऊं और आप मेरा हो जाये बाबा ।।
ॐ साई राम
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