क्या गुण गाऊं मैं मेरे बाबा साई,
तुम ही बसे हो दिल में मेरे साई,
मेरे प्यार की इन्तहा तुम हो बाबा,
मेरे दर्द की दवा तुम हो साई,
मेरे दिल की धड़कन तुम हो देवा,
मेरी राह की मंजिल तुम हो बाबा,
मेरी आँखों का नशा तुम हो स्वामी,
मेरे चेहरे की हंसी तुम हो साई,
मेरी रूह की प्यास तुम हो बाबा,
मेरे दिल की धड़कन पे अंकित है साई नाम,
बस तुम ही तुम बसे हो मेरे रोम रोम में बाबा,
मेरे जीवन के हर रंग मे तुम हो साई ।।
ॐ साई राम
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