जाने कितने दिनों बाद आज साई, मैने खुदको सम्भाला है, आपको कोई भी कष्ट न हो साई इस तरह से मैंने इसे संवारा है, इच्छा है मेरी यही प्रभु, तुम मुझको अब तो अपना लो बाबा मेरे, सब रंग तेरे साई और तुम रंगरेज मेरे, तुम सारे जग के मालिक हो, तुम तो घट घट के वासी हो, तुमको ये कहाँ पसंद, मेरे चेहरे चढ़ी उदासी हो, हे देव अगर संभव हो तो, इन आंखो को दर्शन दे दो, करलो अपने चरणों में अंकित मुझे, फिर चाहे जिस रंग में रंग दो, सदगुरु मेरे सब रंग तेरे, साई रंगरेज मेरे, बाबा रंगरेज मेरे।।
ॐ सांई राम
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